कृषक सिगंल सुपर फास्फेट (एसएसपी एवं एनपीके) का करें उपयोग


     अजमेर । कृषि आयुक्त, जयपुर ने डीएपी के विकल्प के तौर पर सिगंल सुपर फास्फेट (एसएसपी एवं एनपीके) का उपयोग करने की अपील की है। कृषि विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी क्षेत्र में होने वाले किसान मेले एवं प्रशिक्षणों में किसानाें को वैकल्पिक फस्फेटिक उर्वरक सिगंल सुपर फास्फेट (एसएसपी, एवं एनपीके) का उपयोग करने की सलाह दे रहा है। इससे डीएपी की कमी से सम्भावित नुकसान से बचा जा सकेगा।

   संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) श्री शंकर लाल मीणा ने बताया कि किसानों को सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) खाद सहकारी संस्थाओं क्रय विक्रय सहकारी समिति, ग्राम सेवा सहकारी समिति एवं निजी आदान विक्रेताओं के माध्यम से उपलब्ध करवाया जा रहा है। किसान डीएपी खाद के स्थान पर सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) खाद का उपयोग कर सकते है। डीएपी खाद नहीं मिलने से कृषक परेशान नहीं हो। इसके स्थान पर सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) का उपयोग करने के लिए कृषि विभाग स्थानीय कृषि पर्यवेक्षकों के द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार करवा रहा है। क्योकि सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) गुणकारी भी है। इसमें फसलों को भरपूर मात्रा में फास्फोरस एवं सल्फर मिलता है। इसमें प्रति कट्टा 16 प्रतिशत फास्फोरस एवं 11 प्रतिशत सल्फर है। इसमें उपलब्ध सल्फर के कारण तिलहनी एवं दलहनी फसलो के लिए अन्य उर्वरक की अपेक्षा अधिक लाभदायक है।

   उन्होंने किसानों से अपील की है कि डीएपी खाद के स्थान पर सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) को उपयोग में लेवे। इसमें आवश्यक पोषक तत्वाें जैसे नत्रजन, फासफोरस, पोटास, सल्फर, कैल्शि्यम, जिंक, बोरोन आदि की आपूर्ति हो पायेगी। इससे भूमि की उर्वरक शक्ति बनी रहेगी।