निखरेगा पुष्कर का स्वरूप, होंगे सैंकड़ों करोड़ के विकास कार्य - रावत


जल संसाधन मंत्री ने ली अजमेर विकास प्राधिकरण के कामकाज संबंधी बैठक

पुष्कर कॉरीडोर विकास योजना का प्रजेंटेशन देखा

 

     अजमेर । जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने गुरूवार को पुष्कर कॉरीडोर विकास से संबंधित प्रजेंटेशन देख कर अपने सुझाव दिए। श्री रावत ने एडीए को गांवों से अतिक्रमण हटाने, सरकारी विभाग, अस्पताल व स्कूलों के लिए भूमि आरक्षित करने के भी निर्देश दिए।

     मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के निर्देश पर तीर्थराज पुष्कर के विकास के लिए प्रस्तावित योजना का प्रथम प्रजेंटेशन गुरूवार को जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने देखा। अजमेर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित, आयुक्त नित्या के. एवं पुष्कर नगर पालिका अध्यक्ष श्री कमल पाठक की उपस्थिति में प्रजेंटेशन दिया। जल संसाधन मंत्री श्री रावत एवं जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना इस तरह से तैयार की जाए कि किसी व्यक्ति को परेशानी नहीं हो। सबके साथ एवं सहमति से ही योजना तैयार होगी।

     अजमेर विकास प्राधिकरण ने पुष्कर के विकास के लिए प्रस्तावित कॉरिडोर के प्रथम चरण में 275 करोड़ रूपए की योजना तैयार की है। इनमें पुष्कर सरोवर के चारों ओर घाटों का जीर्णोद्धार, सरोवर विकास, पाथ वे, मंदिरों में विकास एवं अन्य कार्य करवाए जाएंगे।

     अधिकारियों ने बताया कि पुष्कर कॉरिडोर विकास कार्यों में घाटों का विकास करवाया जाएगा। इसके तहत सभी घाटों का जीर्णोद्धार होगा। घाटों के चारों तरफ ऊपर की ओर वर्तमान टिन शेड हटा कर पक्की छत व सीढ़ियां बनाई जाएंगी ताकि श्रद्धालु आराम से परिक्रमा कर सकें। सरोवर के साथ लगती सीढ़ियों पर सेफ्टी रिंग वॉल प्रस्तावित की गई है ताकि स्नान करने वाले श्रद्धालु आराम से स्नान कर सकें एवं सुरक्षित भी रहें। सरोवर के एक कोने पर बने राम सेतु का भी सौन्दर्यीकरण प्रस्तावित किया गया है।

     अधिकारियों ने बताया कि प्रजेंटेशन में अन्य भी कई विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें आकर्षक लाइटिंग, सरोवर पर प्रवेश करने के द्वारों का जीर्णोद्धार व सौन्दर्यीकरण, साइन बोर्ड, सरोवर में पर्याप्त पानी के ठहराव की व्यवस्था, फीडर सुधार, मल्टीलेवल पार्किंग, पाथ वे, सड़कों का सुधार, लैण्ड स्केपिंग, डिसिल्टिंग पॉण्ड, ब्रह्मा मंदिर, वराह मंदिर एवं अन्य मंदिरों का विकास, सभी मूर्तियों की क्यू.आर. कोड, ग्रीन वॉल, एन्ट्री प्लाजा एवं अन्य कार्य प्रस्तावित किए जाएंगे। श्री रावत ने विभिन्न कार्यों पर अपने सुझाव दिए।

     श्री रावत ने एडीए को निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र में आने वाले सभी गांवों में सरकारी कार्यालयों, अस्पताल व स्कूलों के लिए भूमि आरक्षित की जाए ताकि भविष्य में विकास हो सके। इसी तरह श्मशानों के लिए भूमि की किस्म में बदलाव हो ताकि विभिन्न मदों से काम कराया जा सके। श्री रावत ने पुष्कर का प्रवेश द्वार भी शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने आरयूआईडीपी के तहत सीवरेज व अन्य कामों के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

     जिला कलक्टर एवं एडीए अध्यक्ष डॉ. भारती दीक्षित ने बताया कि पुष्कर के मंदिर विकास से संबंधित एक सांस्कृतिक कमेटी का गठन किया जाएगा। यह कमेटी सुझाव देगी। इसी तरह पुष्कर का कॉरीडोर विकास इस तरह होगा कि किसी भी व्यक्ति को परेशानी ना हो। पुष्कर से संबंधित अन्य विकास कार्यों के भी प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाए जाएंगे। विभिन्न क्षेत्रों में टॉयलेट ब्लॉक भी बनवाए जाएंगे।