10वां अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस - सामुहिक योग का सम्भागीय कार्यक्रम आयोजित


अजमेर । अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस-2024 के अवसर पर स्थानीय पुलिस लाईन मैदान में सम्भाग स्तरीय सामुहिक योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ज्योति ककवानी ने बताया कि आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध तथा होम्योपैथी (आयुष) विभाग को अन्तराष्ट्रीय योग दिवस आयोजन के लिए नोडल बनाया गया। अजमेर का सम्भाग स्तरीय कार्यक्रम स्थानीय पुलिस लाईन मैदान में हुआ। इसमें सामुहिक योग किया गया। योग गतिविधि का संयोजन भारत स्वाभिमान न्यास एवं पंतजली योग समिति के द्वारा किया गया था। योगाचार्य श्री यतीन्द्र शास्त्री के निर्देशन में 2208 से अधिक व्यक्तियों द्वारा योग किया गया। इनका सहयोग श्री सुशान्त ओझा तथा श्रीमती अमरजीत कौर ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान धन्वन्तरि के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। विक्रमादित्य वैष्णव द्वारा किए गए शंख वादन एवं प्रार्थना से स्वयं और समाज के लिए योग की थीम पर योग आरम्भ हुआ।

उन्होंने बताया कि शिथिलीकरण के अभ्यास में ग्रीवा चालन, स्कन्ध चालन, कटि चालन एवं घुटना चालन की क्रियाएं करवाई गई। खड़े होकर किए जाने वाले व्यायाम ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अद्र्व चक्रासन एवं त्रिकोणसन का अभ्यास हुआ। कार्यक्रम में बैठकर करने वाले दण्डासन, भद्रासन, वज्रासन, अद्र्वउष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूकासन तथा वक्रासन से होने वाले लाभों की जानकारी दी गई। पेट के बल लेटकर मकरासन, भुजंगासन तथा शलभासन करवाए गए। इसी प्रकार पीठ के बल लेटने के उपरान्त सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अद्र्वहलासन, पवनमुक्तासन, शलभासन तथा मकरासन आदि करवाकर नियमित योगाभ्यास का संकल्प दिया था। प्राणायाम सत्र के अन्तर्गत अनुलोम विलोम, शीतली, भ्रामरी तथा हास्यासन का अभ्यास करवाया। नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष श्री धर्मेश जैन तथा श्री वासुदेव आर्य के दल द्वारा हवन के माध्यम से वातावरण को शुद्ध किया गया।

सिया शर्मा रही आकर्षण  का केन्द्र

उन्होंने बताया कि योग के मुख्य कार्यक्रम का आकर्षण ढ़ाई वर्षीय सिया शर्मा रही। यह बालिका कम उम्र के बावजूद विभिन्न यौगिक क्रियाओं को करने में सक्षम है। बालिका सिया शर्मा अधिकतर योगासनों की जानकारी रखती है। आसानों का नाम लेने पर बालिका तुरन्त वह आसन करके अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर देती है। यह कार्यक्रम में अपने परिजनों के साथ आई थी। इसने ताड़सन, वृक्षासन, त्रीकोणासन, पादहस्तासन, वज्रासन, सुखासन सहित कई आसन करके सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। साथ ही श्री अर्जुन परमार द्वारा हनुमान चालिसा पर नृत्य योग किया गया। आर्य वीर दल की वीरांगनाओं ने योग पिरामीड बनाकर नृत्य समुच्चय किया। इनकी कला ने सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। रेसर बालिका श्रुति सैनी ने भी सभी के साथ योग किया।

सम्भागीय आयुक्त श्री महेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि भारत के द्वारा विश्व को अनगिनत देन प्रदान की गई है। उनमें से अष्टांग योग एक है। इससे व्यक्ति मानसिक तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहता है। भारत के महान ऋषियों ने अपने अनुभव के आधार पर सम्पूर्ण मानवता को सच्ची राह दिखाई है। योग में मानव सभ्यता के समस्त दर्शन समाहित है। इसे जन-जन तक पहुंचाने का उत्तरदायित्व प्रत्येक जागरूक नागरिक का है।

जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने कहा कि योग एक अभ्यास है। इसे नियमित किया जाना चाहिए। एक दिन योग करने से इसका वास्तविक लाभ प्राप्त नहीं होता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपनी दैनिक जीवन चर्या में शामिल करना चाहिए।

सम्भागीय स्तरीय कार्यक्रम में नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, पुलिस विभाग, हाड़ी रानी बटालियन, आयुष विभाग, पशुपालन विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, कारागार प्रशिक्षण संस्थान, उच्च सुरक्षा कारागार, परिवहन विभाग, शिक्षा विभाग, कॉलेज विभाग, योग से जुड़ी संस्थाओं तथा स्वयं सेवी संगठनों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

इस अवसर पर महापौर श्रीमती ब्रजलता हाड़ा, उप महापौर श्री नीरज जैन, पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती लता मनोज कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री देवेन्द्र कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री लोकेश कुमार गौतम, श्री गजेन्द्र सिंह, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव श्री कैलाश चन्द्र शर्मा, लोक सेवाओं की सहायक निदेशक श्रीमती अपूर्वा परवाल, कारागार प्रशिक्षण संस्थान के अधीक्षक श्री पारस जांगीड, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी श्रीमती सुमन भाटी, आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक डॉ. हनुमान मीना सहित अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।