तरू अजमेर - प्रभारी सचिव ने की नवाचार की सराहना
प्रत्येक पौधारोपण साईट की होगी मॉनिटरिंग
अजमेर । जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती अपर्णा अरोड़ा ने जिला प्रशासन द्वारा मानसून के दौरान विकसित विभिन्न पौधारोपण स्थलों की मोनिटरिंग के लिए तरू अजमेर पोर्टल के नवाचार की सराहना की। श्रीमती अरोड़ा ने वीसी के माध्यम से राजस्व अधिकारियों के साथ संवाद किया।
जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने बताया कि जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती अपर्णा अरोड़ा ने मंगलवार को वीसी के माध्यम से राजस्व अधिकारियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा पौधारोपण मॉनिटरिंग के लिए विकसित तरू अजमेर पोर्टल के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया गया। तरू अजमेर पोर्टल के नवाचार की प्रभारी सचिव द्वारा सराहना की गई। इसे अन्य जिलों के लिए भी अनुकरणीय बताया।
उन्होंने बताया कि तरु (ट्री एक्रस रुरल एंड अर्बन) अजमेर पोर्टल मानूसन के दौरान जिले में लगाए गए पौधों की मॉनिटरिंग करेगा। इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सघन वृक्षारोपण कर अजमेर जिले के हरित आवरण को बढ़ाना है। पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति अपने नाम एवं मोबाईल नम्बर के साथ पंजीयन कर सकता है। पंजीयन के समय व्यक्ति को अपना यूजर आईडी एवं पासवर्ड स्वयं अपनी सुविधा के अनुसार फीड करना होगा। इसमें व्यक्ति अपने अथवा समूह द्वारा विकसित पौधारोपण साईट की जानकारी अपलोड कर सकता है। जिले की समस्त नर्सरियों की लोकेशन भी डाली जाएगी। सीएसआर के माध्यम से सहयोग करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाएं भी अपना पंजीयन करवा सकते है।
उन्होंने बताया कि तरू पोर्टल पर सीएसआर, गैर सरकारी संगठन, धर्मार्थ ट्रस्ट, रीको, पैट्रोलियम एसोसिएशन, नागरिक आवासीय संघ, व्यापार संगठन सहित विभिन्न वर्गों में पंजीकरण किया जा सकता है। पंजीकरण के उपरांत पौधारोपण स्थल का चुनाव करना होगा। इसके लिए पंचायत समिति क्षेत्र के अनुसार पौधारोपण स्थल उपलब्ध है। पौधारोपण स्थल पर पौधे लगाने के पश्चात् वहां की अधिकतम पांच फोटो जियो टैगिंग के साथ अपलोड करनी होगी। इससे पौधारोपण में जनभागीदारी की बढ़ोतरी होगी।
उन्होंने बताया कि पोर्टल को निर्मित करने में राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय के सहायक आचार्य सत्यनारायण ताजी के साथ छात्र जातिन सोनी, धर्मवीर तुनवाल व हर्ष पांडे का भी उल्लेखनीय योगदान रहा है। इस पोर्टल को मोबाईल अथवा कंप्यूटर आदि सिस्टम में https://taruajmer.org.in/ वेबसाइट पर देखा जा सकता है।