माध्यमिक शिक्षा में 28 प्रतिशत विद्यार्थियों का अब तक नहीं हुआ आधार ऑथेंटिकेशन, 15 लाख से ज्यादा विद्यार्थी योजनाओं से हो सकते हैं वंचित
प्रदेश में सरकारी स्कूलों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों का आधार प्रमाणीकरण (ऑथेंटिकेशन) अभी अधूरा पड़ा है। इसके चलते 15 लाख से अधिक विद्यार्थियों को सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल पाएगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा 19 हजार से अधिक स्कूलों के संस्था प्रधानों को बार-बार निर्देश देने के बाद भी अब तक 71.55% विद्यार्थियों का ही आधार ऑथेंटिकेशन हो पाया है।
प्रदेश के कुल 19606 स्कूलों में वर्तमान में 53 लाख 5 हजार 668 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। इनमें से 37 लाख 96 हजार 409 विद्यार्थियों के आधार का ही प्रमाणीकरण ही हो पाया है। अभी भी 28.45% यानी 15,09,259 विद्यार्थियों का प्रमाणीकरण नहीं हो पाया है। इसमें हनुमानगढ़ और सीकर प्रदेश में अव्वल चल रहे हैं तो जयपुर 5वें स्थान पर है। बांसवाड़ा-प्रतापगढ़ जिले सबसे फिसड्डी हैं। इस कारण ये विद्यार्थी यूनिफॉर्म की सिलाई की राशि, स्कॉलरशिप सहित डीबीटी के जरिए मिलने वाली सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो सकते हैं।
इसलिए नहीं हो पा रहा ऑथेंटिकेशन
सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए विभाग ने आधार ऑथेंटिकेशन जरूरी किया है, लेकिन विद्यार्थियों की आधार की डिटेल और स्कूल में दर्ज डिटेल मिस मैच हो रही है। इसमें अधिकांश विद्यार्थियों के नाम, माता-पिता के नाम की स्पेलिंग नहीं मिलती। साथ ही कई विद्यार्थियों की जन्मतिथि भी अलग है। इसे अपडेट कराने की जिम्मेदारी अभिभावकों की है, लेकिन वे लापरवाही बरत रहे हैं और आधार को अपडेट नहीं करा रहे। इस कारण विभाग को ऑथेंटिकेशन में दिक्कत आ रहा है।
विद्यार्थियों के नाम, जन्मतिथि सहित कुछ जानकारी आधार और स्कूल के रिकॉर्ड में अलग-अलग सामने आ रही है। अभिभावकों को आधार को अपडेट कराना होगा, ताकि विद्यार्थियों को योजनाओं का लाभ मिलने में दिक्कत न हो।
- सुनील कुमार सिंघल, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय जयपुर